रेलवे डेस्क। रेल संपत्ति की सुरक्षा के साथ-साथ यात्रियों की सहायता में हमेशा तत्पर रहने वाली रेलवे सुरक्षा बल, पूर्वोत्तर रेलवे ने एक बार फिर मानवता और ईमानदारी का परिचय दिया। घटना 28 मई की है, जब गाड़ी संख्या 04012 दिल्ली-दरभंगा समर स्पेशल में यात्रा कर रही महिला यात्री साधना सिंह, एस-04 कोच की बर्थ संख्या 49 पर अपना लेडिज पर्स भूल गईं।
महिला यात्री गाजीपुर सिटी स्टेशन पर ट्रेन से उतर गई थीं और गाड़ी खुलने के बाद उन्हें याद आया कि पर्स बर्थ पर छूट गया है। उन्होंने गाजीपुर सिटी RPF पोस्ट पर तैनात एएसआई जयशंकर दुबे को इसकी सूचना दी। दुबे ने तत्परता दिखाते हुए सूचना बलिया RPF पोस्ट पर तैनात एएसआई संतोष कुमार राय को दी, जिन्होंने कांस्टेबल रामनयन यादव के साथ बलिया स्टेशन पर गाड़ी का इंतजार किया।
जैसे ही गाड़ी बलिया स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या दो पर पहुँची, टीम ने संबंधित कोच और बर्थ की जांच कर महिला यात्री का पर्स बरामद किया। पर्स को RPF पोस्ट लाया गया और महिला यात्री के प्रतिनिधि दीनानाथ सिंह (निवासी-शास्त्री नगर, गाजीपुर) को बुलाया गया। महिला यात्री से व्हाट्सएप कॉल पर संपर्क कर सामान का मिलान किया गया, जिसमें एक सोने की चेन, एक सोने की अंगूठी और ₹2000 नगद सही-सही मौजूद पाए गए। पर्स की कुल कीमत लगभग ₹1,50,000 आंकी गई।
पूछताछ और सत्यापन के बाद RPF ने सभी सामान रोजनामचा लेखक कांस्टेबल विनोद कुमार यादव और कांस्टेबल रामनयन यादव की उपस्थिति में विधिपूर्वक सुपुर्द किया। महिला यात्री और उनके प्रतिनिधि ने रेलवे सुरक्षा बल की ईमानदारी, तत्परता और कर्तव्यनिष्ठा की भूरी-भूरी प्रशंसा की।
इस घटना का संज्ञान लेते हुए मंडल रेल प्रबंधक विनीत कुमार श्रीवास्तव ने संबंधित कर्मचारियों की ईमानदारी, कर्तव्यपरायणता और त्वरित कार्यवाही की सराहना करते हुए इसे मंडल के लिए गौरवपूर्ण उपलब्धि बताया।